Advertisement
जवाहरलाल नेहरू के बारे में हिंदी में निबंध
|

जवाहरलाल नेहरू के बारे में हिंदी में निबंध

नमस्ते, 10Lines.co में आज हम पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में जानकारी अर्थात “in English, Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi” के विषय के ऊपर चर्चा करेंगे। तो लेख को अंत तक पूरा ध्यानपूर्वक पढ़ें और पंडित जवाहरलाल नेहरू निबंध, Pandit Jawaharlal Nehru Information in Hindi, चाचा नेहरू पर निबंध, जवाहरलाल नेहरू के पिता का नाम क्या था, जवाहरलाल नेहरू का जन्म कब हुआ था, पंडित जवाहरलाल नेहरू का जीवन परिचय इत्यादि की जानकारी प्राप्त करें।

जवाहरलाल नेहरू के बारे में हिंदी में जानकारी

देश की आजादी में विशेष योगदान देने वाले स्वतंत्र सेनानियों में जवाहरलाल नेहरू का स्थान अमर है। आज भी करोड़ों भारतीय जवाहरलाल नेहरू को उनके कार्यों के लिए बाल दिवस के अवसर पर याद करते हैं। आज हम आपको इस लेख में जवाहरलाल नेहरू का जीवन परिचय से जुड़ी कई विशेष जानकारियां जवाहरलाल नेहरू निबंध में साझा कर रहे हैं।

इसे जरूर पढ़ें
10 Lines on Children’s Day in Hindi

Pandit Jawaharlal Nehru Essay in Hindi – 1

प्रस्तावना

जवाहरलाल नेहरू एक ऐसा नाम है, जिससे बच्चा हो या बुजुर्ग हर कोई वाकिफ है। क्योंकि देश की आजादी हेतु स्वतंत्रता के संघर्ष के दौरान जवाहरलाल नेहरू जी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। जवाहरलाल नेहरू जी के क्रियाकलाप और उनका व्यक्तित्व हमें एक नेक जीवन जीने और देश सेवा हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का व्यक्तित्व जीवन परिचय

जवाहरलाल नेहरू जी एक मशहूर राजनेता थे विशेषकर बच्चे नेहरू जी को बहुत ही ज्यादा पसंद किया करते थे और उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। जवाहरलाल नेहरू जी को भी बच्चों से असीम लगाव तथा प्रेम था। इसलिए हर साल 14 नवंबर के दिन बाल दिवस मनाया जाता है। जवाहरलाल नेहरू जी एक महान नेता थे। नेहरू जी के हृदय में अपने देश के लिए अपार प्रेम था।

चाचा नेहरू पर निबंध : प्रारंभिक जीवन

जवाहरलाल नेहरू जी का पूरा नाम पंडित जवाहरलाल नेहरू है उनका जन्म 14 नवंबर 1889 में भारत के इलाहाबाद (जिसे आज प्रयागराज के नाम से जाना जाता है) में हुआ था। जवाहरलाल नेहरू जी के पिता का नाम मोतीलाल नेहरू था। इनके पिता अपने समय के एक बहुत ही अच्छे वकील थे। वकालत करने के कारण नेहरू जी के पिताजी उस समय के अमीर व्यक्तियों में गिने जाते थे यही वजह थी कि जवाहरलाल नेहरू जी को उच्च शिक्षा प्राप्त हुई।

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शिक्षा

बचपन में ही नेहरू जी शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश चले गए थे। विदेश जाकर नेहरू जी ने उस समय के दो मशहूर विश्वविद्यालय हैरो और कैम्ब्रिज में पढ़ाई की थी। सन् 1910 ईस्वी में जवाहरलाल नेहरू जी ने अपनी पढ़ाई पूरी कर डिग्री ले ली थी।

जवाहरलाल नेहरू जी पढ़ाई में बहुत ज्यादा अच्छे नहीं थे बल्कि वह एक साधारण विद्यार्थी थे। इसीलिए उन्हें Law में ज्यादा रुचि नहीं था लेकिन नेहरू जी को पॉलिटिक्स में हमेशा से ही इंटरेस्ट रहा था। हालांकि उन्होंने कानून की पढ़ाई की और वकालत की डिग्री हासिल की। वकालत की डिग्री प्राप्त करने के बाद वह अपने देश वापस आ गए और अहमदाबाद में अपनी वकालत की प्रैक्टिस शुरू की।

जवाहरलाल नेहरू कौन थे उनका व्यक्तिगत जीवन कैसा था

जब जवाहरलाल नेहरू जी मात्र 24 वर्ष के थे तब उनका विवाह कमला नेहरू से कर दिया गया था। नेहरू जी और कमला देवी की एक बेटी हुई जिसका नाम इंदिरा रखा गया था।

grammarly

नेता के रूप में जवाहरलाल नेहरू का योगदान

देश के आजाद हो जाने के बाद जवाहरलाल नेहरू जी स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने थे। वह एक ऐसे व्यक्ति थे जिनकी दूरदर्शिता अत्यंत दूरगामी थी, उन्होंने हमारे देश के विकास के लिए कई सारे स्वप्न भी देखे थे। जवाहरलाल नेहरू जी एक महान नेता व राजनीतिक होने के साथ-साथ एक लेखक भी थे।

भारत को एक महान देश बनाने के लिए जवाहरलाल नेहरू जी ने दिन रात मेहनत की है क्योंकि जवाहरलाल नेहरू जी हमारे देश के सच्चे नेता थे। जवाहरलाल नेहरू जी हमेशा लोगों को जीवन में कुछ बेहतर करने हेतु प्रेरित करने के लिए यही बात कहते थे कि “आराम हराम है!”

वैसे तो जवाहरलाल नेहरू जी एक शांति प्रिय नेता थे लेकिन ब्रिटिश साम्राज्य के अत्याचारों के खिलाफ उन्हें आवाज उठानी ही पड़ी। यही कारण था कि उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। मातृभूमि के प्रति प्रेम के कारण नेहरू अपने आदर्श महात्मा गांधी जी से भी मिल पाए थे। महात्मा गांधी को आदर्श मानने वाले जवाहरलाल नेहरू जी ने आजादी की अंतिम लड़ाई में गांधी जी का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया था।

आजादी की लड़ाई में जवाहरलाल नेहरू जी को कई सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। देश को आजादी दिलाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों और संघर्षों के कारण कई बार जवाहरलाल नेहरू जी को जेल भी जाना पड़ा था। लेकिन अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए जवाहरलाल नेहरू जी हंसते-हंसते जेल चले गए थे।

भारत को अंग्रेजों के चंगुल से छुड़वाने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में जवाहरलाल नेहरु जी ने विशेष योगदान दिया था। जिसका परिणाम यह हुआ कि अंग्रेजों को देश छोड़कर जाना पड़ा और हमारा देश एक स्वतंत्र देश बन गया।

गांधीजी सहित अन्य राजनेताओं के साथ मिलकर जवाहरलाल नेहरू जी ने हमारे देश को 15 अगस्त 1947 के दिन आजाद करवा दिया था। भारत को स्वतंत्र करवाने में जवाहरलाल नेहरू जी ने जो सहयोग दिखाया था उसके कारण उन्हें आजाद भारत का प्रधानमंत्री घोषित किया गया था।

जवाहरलाल नेहरू की उपलब्धियां प्रधानमंत्री के रूप में

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी आधुनिक विचारक थे, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी हमेशा से ही भारत को आधुनिक और सभ्य देश बनाना चाहते थे। आजादी की लड़ाई में तो गांधीजी और जवाहरलाल नेहरू जी की सोच बिल्कुल एक जैसी थी। लेकिन देश को चलाने में महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की सोच बिल्कुल अलग अलग थी। जहां गांधी जी चाहते थे कि हमारा देश प्राचीन भारत रहे वही नेहरू जी चाहते थे कि हमारा देश आधुनिक भारत हो।

नेहरू जी हमारे देश को हमेशा से ही आगे बढ़ते हुए देखना चाहते थे। नेहरू जी चाहते थे कि हमारा देश अपने धर्म और संस्कृति का पालन कर आगे बढ़े और प्रगति के मार्ग में आगे बढ़ते रहें। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के शासन काल में देश में धार्मिक लड़ाई छिड़ी हुई थी।

  • इन सभी दबावों के बाद भी जवाहरलाल नेहरू जी ने बहुत ही कुशलता से हमारे देश को संभाला था।
  • नेहरू जी ने हिंदू धर्म में मौजूद प्राचीन और रूढ़िवादी विचारधारा को समाप्त कर दिया था।
  • नेहरू जी के प्रयत्नों का नतीजा है कि उस समय हिंदू धर्म में विधवा औरतों को भी सम्मान मिलने लगा था।
  • पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने महिलाओं को पुरुषों के समान स्थान दिया। उन्होंने महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार देने के लिए कानून भी बनाया जिसके अंतर्गत “संपत्ति का जितना हकदार लड़का होगा उतना ही हकदार लड़की भी होगी।”

निष्कर्ष

इस तरह पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने एक बहुत ही अच्छे नेता और प्रधानमंत्री बन कर ना सिर्फ देश को कुशलता से संभाला था बल्कि देश को तरक्की के मार्ग में भी चलने के लिए प्रेरित किया था।


Pandit Jawaharlal Nehru
Pandit Jawaharlal Nehru

Essay on Pandit Jawaharlal Nehru in Hindi – 2

प्रस्तावना

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री थे। भारत को स्वतंत्र करवाने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने गांधी जी का पूरा सहयोग दिया था। नेहरू जी एक महान नेता होने के साथ-साथ भारतीय निर्माता भी थे, इसलिए दुनिया को अलविदा कहने के बावजूद भी यह राजनेता आज भी भारतीयों के दिलों में अमर है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के कार्य

देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी विशेष स्थान रखते हैं क्योंकि नेहरू जी ने ना सिर्फ हमारे देश को स्वतंत्र करने में अहम भूमिका निभाई। बल्कि हमारे देश के निर्माण में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यही कारण है कि नेहरू जी को हमारे देश के शिल्पकार कहकर भी पुकारा जाता है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने अपने ज्ञान और बुद्धि के बल पर जो भारत आजादी के बाद पूरी तरह से निढाल हो गया था, उसे फिर से मजबूती दी। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी भाई चारे के साथ रहने का संदेश देते थे। ‌नेहरू जी के नेतृत्व में भारत को दुनिया के अन्य देशों से काफी प्रशंसा भी मिली थी। क्योंकि उन्होंने हमारे देश की आर्थिक स्थिति जो की पूरी तरह से बिगड़ गई थी उसमें भी सुधार किया था। ‌

नेहरू जी के नेतृत्व में हमारे देश ने बहुत ही तेजी से विकास किया था और इस विकास के क्षेत्र में आने वाले सभी परेशानियों का जवाहरलाल नेहरू जी ने डटकर सामना किया था। ‌उन्होंने “पंचशील” नामक पाँच सिद्धांत निर्धारित किए। जवाहरलाल नेहरू जी ने कहा कि विश्व में शांति कायम की जा सकती है। पंडित जवाहरलाल नेहरू सत्रह वर्षों तक भारत के प्रधान मंत्री रहे थे।

पंडित जवाहरलाल नेहरू के विचार

  • पंडित जवाहरलाल नेहरू जी आधुनिक विचार रखने वाले व्यक्ति थे वह एक शांतिप्रिय और दूरदर्शी व्यक्ति थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी कर्म को सबसे ज्यादा महत्व देते थे वह हमेशा ही लोगों को मेहनत करने के लिए प्रेरित करते थे।
  • नेहरू जी ने कभी भी आराम को महत्व नहीं दिया बल्कि हमेशा ही कर्मठ जीवन जीने में वे यकीन करते थे।
  • जवाहरलाल नेहरू जी का ऐसा मानना था कि हमारा देश अन्य देशों के मुकाबले तब बराबर आ सकता है जब हम आधुनिक विचारों को महत्व देंगे। वह हमेशा आगे बढ़ने का ही संदेश देते थे।
  • नेहरू जी अपने विचारों से नौजवान लोगों को और बच्चों को हमेशा ही प्रेरित करते थे इसीलिए बच्चे भी नेहरू जी को बहुत ही प्रेम करते हैं।

उपसंहार

अपने जीवन का अधिकांश समय देश की सेवा में समर्पित करने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू का जीवन हमें भी देश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरित करता है।

निष्कर्ष

तो साथियों इस लेख का अध्ययन करने के पश्चात आपको जवाहर लाल नेहरू पर लिखा गया यह लेख कैसा लगा हमको कमेंट करके अवश्य बताएं, यदि आप जवाहरलाल नेहरू के बारे में हिंदी में दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं तो इसे साझा करना ना भूलें। धन्यवाद!

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *