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Poem on Independence Day
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स्वतंत्रता दिवस पर कविताएं | Desh Bhakti Kavita 2022

15 अगस्त 2022: यहां आपको कई प्रकार की Poem on Independence Day in Hindi, Hindi Poems on Indian Freedom Struggle, Patriotic Poem in Hindi ऐसी कई सारी कविता मिलेगी।

Independence Day को India Independence Day के नाम से भी जाना जाता है जो कि हर साल 15 August के दिन मनाया जाता है। Independence Day को हिंदी में स्वतंत्रता दिवस कहते है। सभी भारतियों के लिए स्वतंत्रता दिवस का दिन बहुत ही खास दिन है। 200 साल तक ब्रिटिश साम्राज्य की गुलामी के पश्चात 15 अगस्त 1947 के दिन हमारा भारत देश आजाद हुआ था। अगर आपको 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करनी है तो आप स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है वाला लेख पढ़ सकते हो।

15 अगस्त, 1947 आजादी का वो दिन याद करते हुए आज मैं आप सभी के साथ 15 अगस्त पर देशभक्ति कविता प्रस्तुत करने जा रहा हूँ।

देश भक्ति कविता को पढ़ने से पहले अगर आप छात्र हो, टीचर हो और आपके विद्यालय में भाषण की प्रतियोगिता (independence day speech) है तो हमने आप सभी के लिए 15 अगस्त पर भाषण (15 August Speech) का लेख लिखा हुआ हैं जिसका लिंक आपको नीचे मिलेगा।


Poem on Independence Day in Hindi 2022

नोट: यहाँ पर जितनी भी Happy Independence Day Hindi Poem हैं इनको आप कॉपी करके अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हो और हमको कमेंट करके अवश्य बताये कि आपको यह देशभक्ति पोएम कैसी लगी जिससे हम आप सभी के लिए और पोएम यहां ऐड कर सके।

Poem on Indian National Flag in Hindi

आज तिरंगा फहराता है अपनी पूरी शान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

आज़ादी के लिए हमारी लंबी चली लड़ाई थी।
लाखों लोगों ने प्राणों से कीमत बड़ी चुकाई थी।।
व्यापारी बनकर आए और छल से हम पर राज किया।
हमको आपस में लड़वाने की नीति अपनाई थी।।

हमने अपना गौरव पाया, अपने स्वाभिमान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

गांधी, तिलक, सुभाष, जवाहर का प्यारा यह देश है।
जियो और जीने दो का सबको देता संदेश है।।
प्रहरी बनकर खड़ा हिमालय जिसके उत्तर द्वार पर।
हिंद महासागर दक्षिण में इसके लिए विशेष है।।

लगी गूँजने दसों दिशाएँ वीरों के यशगान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है।
उसके आँचल की छैयाँ से छोटा ये संसार है।।
हम न कभी हिंसा के आगे अपना शीश झुकाएँगे।
सच पूछो तो पूरा विश्व हमारा ही परिवार है।।

विश्वशांति की चली हवाएँ अपने हिंदुस्तान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

Independence Day Poem in Hindi for Nursery

Desh Bhakti Kavita in Hindi For Class 6

जब भारत आज़ाद हुआ था
आजादी का राज हुआ था।

वीरों ने क़ुरबानी दी थी
तब भारत आज़ाद हुआ था।

भगत सिंह ने फांसी ली थी
इंदिरा का जनाज़ा उठा था।

इस मिटटी की खुशबू ऐसी थी
तब खून की आँधी बहती थी।

वतन का ज़ज्बा ऐसा था
जो सबसे लड़ता जा रहा था।

लड़ते लड़ते जाने गयी थी
तब भारत आज़ाद हुआ था।

फिरंगियों ने ये वतन छोड़ा था
इस देश के रिश्तों को तोडा था।

फिर भारत दो भागो में बाटा था
एक हिस्सा हिन्दुस्तान था।

दूसरा पाकिस्तान कहलाया था
सरहद नाम की रेखा खींची थी।

जिसे कोई पार ना कर पाया था
ना जाने कितनी माये रोइ थी,
ना जाने कितने बच्चे भूके सोए थे,
हम सब ने साथ रहकर
एक ऐसा समय भी काटा था।

विरो ने क़ुरबानी दी थी
तब भारत आज़ाद हुआ था।

Heart Touching Desh Bhakti Poem on Independence Day in Hindi

सपनों का भारत

आज़ादी के साल हुए कई,
पर क्या हमने पाया है.

सोचा था क्या होगा लेकिन,
सामने पर क्या औया है.

रामराज्य-सा देश हो अपना
बापू का था सपना,
चाचा बोले आगे बढ़ कर
कर लो सब को अपना.

आज़ादी फिर छीने न अपनी
दिया शास्त्री ने नारा,
जय-जयकार किसान की अपनी
जय जवान हमारा.

सोचो इनके सपनों को हम
कैसे साकार करेंगे,
भ्रष्टाचार हटा देंगे हम
आगे तभी बढ़ेंगे.

मुश्किल नहीं पूरा करना
इन सपनों का भारत,
अपने अन्दर की शक्ति को
करो अगर तुम जाग्रत.

आओ मिलकर कसम ये खायें,
ऐसा सभी करेंगे,
शिक्षित हो अगर हर बच्चा,
उन्नति तभी हम करेंगे.

15 August Poem in Hindi for School Students

(देश मेरा यह)

grammarly
देश मेरा यह सबसे न्यारा
कितना सुंदर, कितना प्यारा|

पर्वत ऊँचे ऊँचे इसके
करते हैं रखवाली|

लंबी लंबी नदियाँ इसकी
फैलाएँ हरियाली|

देश मेरा यह सबसे न्यारा
कितना सुंदर, कितना प्यारा|

झर-झर करते निर्मल झरने
गीत ख़ुशी के गाएं|

सर सर करती हवा चले तो
पेड़ खड़े लहराए...

देश मेरा यह सबसे न्यारा
कितना सुंदर, कितना प्यारा|

बारी-बारी रितुए आतीं
अपनी छटा दिखलाती

फल-फूलों से भरे बगीचे
चिड़ियाँ मीठे गीत सुनाती,

देश मेरा यह सबसे न्यारा
कितना सुंदर, कितना प्यारा|

कितना प्यारा देश हमारा
सबको है यह भाता,

इस धरती का बच्चा-बच्चा
गुन इसके है गाता,

देश मेरा यह सबसे न्यारा
कितना सुंदर, कितना प्यारा|

Desh Bhakti Kavita in Hindi 2022

आह्वान: अशफाकउल्ला खां

कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे,
आजाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे
हटने के नहीं पीछे, डरकर कभी जुल्मों से
तुम हाथ उठाओगे, हम पैर बढ़ा देंगे
बेशस्त्र नहीं हैं हम, बल है हमें चरख़े का,
चरख़े से ज़मीं को हम, ता चर्ख़ गुंजा देंगे
परवाह नहीं कुछ दम की, ग़म की नहीं, मातम की,

है जान हथेली पर, एक दम में गंवा देंगे
उफ़ तक भी जुबां से हम हरगिज़ न निकालेंगे
तलवार उठाओ तुम, हम सर को झुका देंगे
सीखा है नया हमने लड़ने का यह तरीका
चलवाओ गन मशीनें, हम सीना अड़ा देंगे
दिलवाओ हमें फांसी, ऐलान से कहते हैं
ख़ूं से ही हम शहीदों के, फ़ौज बना देंगे
मुसाफ़िर जो अंडमान के, तूने बनाए, ज़ालिम
आज़ाद ही होने पर, हम उनको बुला लेंगे ||

Poem on Freedom Fighters in Hindi

Desh Bhakti Poem in Hindi

चिश्ती ने जिस ज़मीं पे पैग़ामे हक़ सुनाया,
नानक ने जिस चमन में बदहत का गीत गाया,
तातारियों ने जिसको अपना वतन बनाया,
जिसने हेजाजियों से दश्ते अरब छुड़ाया,
मेरा वतन वही है, मेरा वतन वही है॥

सारे जहाँ को जिसने इल्मो-हुनर दिया था,
यूनानियों को जिसने हैरान कर दिया था,
मिट्टी को जिसकी हक़ ने ज़र का असर दिया था
तुर्कों का जिसने दामन हीरों से भर दिया था,
मेरा वतन वही है, मेरा वतन वही है॥

टूटे थे जो सितारे फ़ारस के आसमां से,
फिर ताब दे के जिसने चमकाए कहकशां से,
बदहत की लय सुनी थी दुनिया ने जिस मकां से,
मीरे-अरब को आई ठण्डी हवा जहाँ से,
मेरा वतन वही है, मेरा वतन वही है॥

बंदे किलीम जिसके, परबत जहाँ के सीना,
नूहे-नबी का ठहरा, आकर जहाँ सफ़ीना,
रफ़अत है जिस ज़मीं को, बामे-फलक़ का ज़ीना,
जन्नत की ज़िन्दगी है, जिसकी फ़िज़ा में जीना,
मेरा वतन वही है, मेरा वतन वही है॥

गौतम का जो वतन है, जापान का हरम है,
ईसा के आशिक़ों को मिस्ले-यरूशलम है,
मदफ़ून जिस ज़मीं में इस्लाम का हरम है,
हर फूल जिस चमन का, फिरदौस है, इरम है,
मेरा वतन वही है, मेरा वतन वही है॥

Happy Independence Day Poem in Hindi For Kids | Poem on Independence Day in Hindi

Desh Bhakti Poem in Hindi For Kids

भारत मेरा प्यारा देश,
सब देशो से न्यारा देश।
भारत मेरा प्यारा देश,
सब देशो से न्यारा देश।

हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई
मिलकर रहते सिख-ईसाई।
हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई
मिलकर रहते सिख-ईसाई।

इसकी धरती उगले सोना,
ऊँचा हिमगिरी बड़ा सलोना।
इसकी धरती उगले सोना,
ऊँचा हिमगिरी बड़ा सलोना।

सागर धोता इसके पाँव,
हैं इसके अलबेले गाँव।
सागर धोता इसके पाँव,
हैं इसके अलबेले गाँव।

भारत मेरा प्यारा देश,
सब देशो से न्यारा देश।

Hindi Poem on Independence Day of India | स्वतंत्रता दिवस पर कविता हिंदी में

हम भारतीय कहलाते हैं

हम बच्चे हँसते गाते हैं
हम आगे बढ़ते जाते हैं।

पथ पर बिखरे कंकड़ काँटे,
हम चुन चुन दूर हटाते हैं।

आयें कितनी भी बाधाएँ,
हम कभी नही घबराते हैं।

धन दोलत से ऊपर उठ कर,
सपनों के महल बनाते हैं।

हम ख़ुशी बाँटते दुनिया को,
हम हँसते और हँसाते हैं।

सारे जग में सबसे अच्छे,
हम भारतीय कहलाते हैं।

Patriotic Poem of India in Hindi

Patriotic Poem of India या यूं कहें कि देशभक्ति की कविताएं भारत की महानता और उसके गौरव को बढ़ाती हैं। इन कविताओं में देश भक्ति कूट-कूट कर भरी होती है।

देशभक्ति के साथ देश का इतिहास जानने के लिए कविताएं सबसे उपयोगी मानी जाती हैं। क्योंकि इन कविताओं को पढ़ते ही पढ़ने वाले का मन देश की वीर गाथा को जानकर, लोगों के बलिदान को सुनकर भावुक और वीरों के जज्बे को देखकर गौरवान्वित हो जाता है। भारतीय इतिहास और भारतीय देशभक्ति की भावना को व्यक्त करने के लिए आजादी के समय से पहले से ही देशभक्ति कविताएं लिखी जा रही थी ताकि लोगों को मन में अपने देश के प्रति प्रेम उजागर हो सके और वह अपने देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने से भी पीछे ना रहे।

Poem on Azadi में एक अलग सी शक्ति होती है जो लोगों के मन में देश के लिए प्रेम उजागर करता है। Desh Bhakti Patriotic Poem विशेष तौर पर बच्चों के लिए ही लिखी जाती है। ताकि बच्चों के मन में भी अपने देश के प्रति वही प्रेम, प्रेरणा और सम्मान पैदा हो जो देश के लिए शहीद हुए वीरों के मन में था।

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की, आग बहुत-सी बाकी है, यह देश वीर जवानों का, एकता, जिसे देश से प्यार नहीं है, 15 अगस्त 1947 यह सभी कविताएं भारत की सबसे लोकप्रिय देशभक्ति कविताओं की सूची में सम्मिलित है।


Quotes on Independence Day in Hindi by Freedom Fighters

स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के ऊपर कई सारी देश भक्ति कविता पहले से ही लिखी गई हैं। अगर आप भी स्वतंत्रता दिवस के सम्मान में कोई कविता लिखने की इच्छा रखते है तो उसके लिए आपको कुछ बातों का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। क्योंकि कविताएं लिखना उतना भी आसान नहीं होता जितना लोग सोचते हैं। लेकिन अगर आप पूरे मन से अपने देश की वीर गाथा को याद करते हुए स्वतंत्रता दिवस पर कविता, 15 AUGUST POEM, Poem on Independence Day 2022, Hindi Poems on Freedom Fighters लिखने का प्रयत्न करेंगे तो आप जरूर एक अच्छी कविता लिख पाएंगे।

INDEPENDENCE DAY LINES IN HINDI

15 अगस्त पर कविता लिखते समय इन बातों का ध्यान रखें-

  • सबसे पहले आप ज्यादा से ज्यादा Freedom Poems पढ़िए। इससे आपको समझ आएगा कि आपको अपनी कविता में किन चीजों का वर्णन करना चाहिए।
  • Inspirational Freedom Poems को सुनिए। जिससे आपके मन में भी अपने देश के प्रति देशभक्ति की भावना भर जाएगी और इस भावना के साथ कविता लिखना आसान हो जाएगा।
  • अगर आपको शुरुआत में कुछ समझ ना आए तो आप एक लाइन लिखना शुरू कीजिए।
  • 1 लाइन लिखने के बाद अब अपने मन में जो भी लाइन आए उसे लिखते जाइए बिना परफेक्शन की चिंता किए।
  • कविता पूरी हो जाने के बाद आप उसे पढ़ कर देखिए और जहां जरूरत हो Changes कीजिए।

इन बातों को ध्यान में रखकर आप स्वतंत्रता दिवस के ऊपर एक अच्छी कविता लिख पाएंगे।


देशभक्त की कविता का क्या अर्थ है?

Patriotic शब्द का उपयोग देशभक्ति के लिए किया जाता है।

Patriotic Poem शब्द को हिंदी में देशभक्ति कविता कहते हैं।

  • देशभक्ति कविताएं दूसरी कविताओं से अलग होती हैं।
  • देशभक्ति कविताओं में देश के प्रति प्रेम और सम्मान की भावना होती है।
  • इन कविताओं में देश के लिए प्राण देने वाले वीर जवानों की वीरता का भी वर्णन किया जाता है।
  • देशभक्ति कविताओं के माध्यम से बच्चों के मन में देश प्रेम की भावना पैदा की जाती है।
  • हर गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस में हमारे देश में देशभक्ति कविताएं देशभक्ति गीतों के साथ गुनगुनाई जाती हैं।
  • देशभक्ति कविताएं बच्चों के मन में और सुनने वालों के मन में देश प्रेम की भावना का संचार करते हैं।
  • देशभक्ति कविताएं अलग-अलग होती है लेकिन सभी कविताओं में देश के लिए प्रेम साफ झलकता है।
  • देशभक्ति कविताओं में पूरा देश का इतिहास वर्णन हो जाता है। एक कविता को पढ़कर बच्चों को उन वीर शहीदों की वीरता का ज्ञान हो जाता है जिन्होंने अपने देश की रक्षा के लिए प्राण गवाए थे।
  • देशभक्ति कविताएं ऐसी होती हैं जिन्हें जब भी पढ़ो तब देशभक्ति की भावना मन में उमड़ जाती हैं।
  • भारतीय देशभक्ति कविताओं में सबसे प्रसिद्ध कविताओं के नाम है – आओ बच्चों तुम्हें सुनाए, झांसी की रानी, मेरा वतन वही है, देश हमारा, मेरा देश। यह सभी कविताएं किसी भी व्यक्ति के मन में देशभक्ति की भावना का संचार करती हैं।

एक देशभक्त कवि कौन है?

वे कवि जो Desh Bhakti Kavita लिखते हैं, उन्हें Patriotic Poet (देशभक्त कवि) कहते हैं। हमारे देश में बहुत से ऐसे कवि हैं जो देशभक्ति कविताएं लिखते है और उन सभी कवियों में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं। रबीन्द्रनाथ ठाकुर के अलावा भी कई ऐसे कवि और कवियत्री हैं।

जो देशभक्ति कविताएं लिखने वाली प्रसिद्ध हस्तियाँ मानी जाती है उनके नाम कुछ इस प्रकार है- शमशेर बहादुर सिंह, सुभद्रा कुमारी चौहान, हरिवंश राय बच्चन, माखनलाल चतुर्वेदी, राम प्रसाद बिस्मिल, श्रीकृष्ण सरल, अली सरदार इत्यादि है। इन कवि और कवियत्री की रचनाओं में देश के लिए प्रेम और सम्मान साफ दिखाई देता है।

मैं आशा करता हूँ कि यहां पर जितनी भी 15 August 2022 Poem हैं आपको पसंद आई होगी और आप इन सभी कविता का इस्तेमाल जरूर करेंगे। आपको Desh Bhakti Poem कैसी लगी हमको कमेंट करके जरूर बताएं और भारत माँ के लिए अपने विचार हमारे साथ प्रकट करें। इस लेख को जितना को सके सोशल मीडिया जैसे कि फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर शेयर अवश्य करें। आप सभी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस को शुभकामना।

– Poem on Independence Day in Hindi 2022

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12 Comments

  1. जब भारत आज़ाद हुआ था|
    आजादी का राज हुआ था||

    वीरों ने क़ुरबानी दी थी|
    तब भारत आज़ाद हुआ था|

    भगत सिंह ने फांसी ली थी|
    इंदिरा का जनाज़ा उठा था||

    इस मिटटी की खुशबू ऐसी थी
    तब खून की आँधी बहती थी||

    वतन का ज़ज्बा ऐसा था|
    जो सबसे लड़ता जा रहा था||

    लड़ते लड़ते जाने गयी थी|
    तब भारत आज़ाद हुआ था||

    फिरंगियों ने ये वतन छोड़ा था|
    इस देश के रिश्तों को तोडा था||

    फिर भारत दो भागो में बाटा था|
    एक हिस्सा हिन्दुस्तान था||

    दूसरा पाकिस्तान कहलाया था|
    सरहद नाम की रेखा खींची थी||

    जिसे कोई पार ना कर पाया था|
    ना जाने कितनी माये रोइ थी,
    ना जाने कितने बच्चे भूके सोए थे,
    हम सब ने साथ रहकर
    एक ऐसा समय भी काटा था||

    विरो ने क़ुरबानी दी थी
    तब भारत आज़ाद हुआ था||

    Sir,
    Poem is very fine but I want to know that भगत सिंह ने फांसी ली थी|
    इंदिरा का जनाज़ा उठा था||what is this C, I want to know about this para. at the time of independence Smt. Indira gandhi is alive then why you write in your poem इंदिरा का जनाज़ा उठा था . please clear other wise I am going to take action against you.

  2. घायल पड़ा शेर है, फिर भी जज़्बा कमाल का है
    जेल में सड़ी गली रोटियाँ है फिर भी आज़ादी की बिंगुल बजा रहा है
    पानी को तरसा है पर खून में उफ़ान है
    ऐसे शहीदों को हम देशवासियो का नमन बारम्बार है।

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